कुशीनगर : यदि आप खाने-पीने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए। होली के रंग में भंग न पड़ जाए, इसका खास ख्याल रखना होगा। त्योहार पर इकट्ठा हो रहे परिजनों के लिए यह मिलावट खतरे की घंटी हैं। घर-घर पकवानों की मीनू बनने लगी है। वहीं होली पर खाद्य पदार्थों में मिलावट कर मुनाफा कमाने वाले आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। मिलावटी वस्तुएं हर उन स्थलों पर पहुंचाई जा रही हैं जहां उनकी मांग है।
खास कर तेल, घी, बेसन, दूध से बननी वाली मिठाइयों को लेकर सतर्क रहना होगा। खाद्य पदार्थो की शुद्धता की गारंटी रहे यह कहा नहीं जा सकता। मिलावट को रोकने के लिए खाद्य और औषधीय प्रशासन लगातार छापेमारी कर रहा है, बावजूद मिलावटखोर पूरी तरह सक्रिय हैं।
किसमें किसकी हो रही मिलावट
-खोया व छेने में स्टार्च
-घी में आलू व शकरकंद
-सरसो तेल में पाम आयल
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ऐसे करें पहचान
- अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मानिक चंद सिंह ने कहा कि परखनली में खोया व छेने की थोड़ी मात्रा लेकर पानी का घोल बनाकर आयोडीन की दो-तीन बूंद डालने पर रंग नीला हो तो स्टार्च है।
-पारदर्शी गिलास या कटोरी में घीरखकर दो-तीन बूंद आयोडीन टिचर मिलाने पर रंग नीला हो जाए तो घी में आलू व शकरकंद है।
- सूखे ग्लास में सरसो का तेल रखकर फ्रिज में आधा घंटा रखने पर तेल जमता नहीं है तो शुद्ध, जम जाए तो राइसब्रान की मिलावट।
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28 फरवरी से चार मार्च तक की कार्रवाई
-खाद्य तेल व वनस्पति के चार नमूने
-कचरी, चिप्स एवं पापड़ के छह नमूने
-मैदा व बेसन के 14 नमूने
-घी का एक नमूना
-91076 रुपये का रिफाईन तेल सीज
-26615 रुपये का तेल, कचरी, पापड़ व चिप्स सीज
-5.78 लाख रुपये का मैदा व बेसन सीज