कुशीनगर : ज्ञानोदय इंटर कॉलेज बेलवनिया में केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षक की लापरवाही से यूपी बोर्ड के इंटर के बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। सामान्य हिदी के बच्चों को साहित्यिक हिदी व साहित्यिक हिदी के बच्चों को सामान्य हिदी का प्रश्न पत्र दे दिया गया। बच्चों के विरोध करने पर कक्ष निरीक्षक ने परीक्षा के दौरान ठीक करा देने की बात कह चुप करा दिया था। अब जब ठीक कराने जैसी कोई पहल नहीं की गई तो यह बात अभिभावकों तक पहुंची और वे आक्रोशित होने लगे हैं।
18 फरवरी को द्वितीय पाली में इंटर हिदी की परीक्षा के दौरान कक्ष संख्या चार में कला वर्ग व विज्ञान दोनों वर्ग के परीक्षार्थी बैठाए गए थे। कक्ष निरीक्षक ने विज्ञान वर्ग के परीक्षार्थियों को कला वर्ग व कला वर्ग के परीक्षार्थियों को विज्ञान वर्ग का हिदी का प्रश्न पत्र दे दिया। प्रश्न पत्र हल करने के दौरान कुछ परीक्षार्थियों ने कक्ष निरीक्षक से प्रश्नपत्र पर आपत्ति जताई, लेकिन उसने बाद में इसका सुधार करने की बात कह शांत करा दिया। निरीक्षण के दौरान केंद्र व्यवस्थापक से भी छात्रों ने इसकी शिकायत की। उन्होंने भी कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
परीक्षार्थी दिग्विजय सिंह, गिरिजेश चौहान, फरहान अंसारी, ज्ञानेश्वर जायसवाल आदि को जब यह पता चला कि उत्तरपुस्तिका पर उनके हल किए गए प्रश्न उनके वर्ग के प्रश्नों से अलग होने की वजह से उनका फेल होना तय है तो उनके होश उड़ गए। कुछ छात्रों ने इस बात को अपने अभिभावकों से बताई तो वे इसकी शिकायत केंद्र व्यवस्थापक से करने गए। आरोप है कि केंद्र व्यवस्थापक ने उनको भगा दिया। केंद्र व्यवस्थापक फादर जॉर्ज ने कहा कि जब कॉपी सील हो गई तो मैं क्या कर सकता हूं। इस मामले में कक्ष निरीक्षक व परीक्षार्थी दोनों की गलती है।
----
बच्चों को उसी दिन मुझे बताना चाहिए था, उत्तर पुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए जा चुकी हैं। अब कोई पहल संभव नहीं है। कहा कि हालांकि प्रश्न पत्र में मामूली अंतर होता है, फेल होने जैसी कोई बात नहीं होगी